वट सावित्री का व्रत इस साल 19 मई २०२३ को रखा जायेगा जो आप सभी को पहले से ही पता होगा तो हम आज इस वेब स्टोरी में पूजन विधि व शुभ मुहूर्त के बारे में बात करेंगे।  

Created by : Sanjana Kulshreshth

सबसे पहले हमें वट सावित्री तिथि को जानना चाहिए की यह कब से कब तक होती हैं।  अमावस्या तिथि सुबह 09 बजे से १९ मई रात को 09 बजे तक रहेगी इसलिए शुभ मुहूर्त सुबह पांच से सारे दिन रहेगा। 

अब हमें वट सावित्री की सरल पूजन विधि को जानना चाहिए, आपको इसी तरह से पूजन करना है वट सावित्री का। 

 वट सावित्री की सरल पूजन विधि  

वट सावित्री को सभी सुहागिन महिलाओ को सुबह सूर्योदय से पूर्व उठना चाहिए।

सुबह जल्दी उठकर स्नान करें व नए वस्त्र पहने और श्रृंगार भी करें।

बरगद के पेड़ की जड़ को जल चढ़ाये और जल चना फूल अक्षत अर्पित करें। 

व्रत सावित्री कथा पढ़ें या सुने।

बरगद के पेड़ के चारो तरफ धागा बांधकर बरगद के पेड़ की परिक्रमा करें। 

परिकर्मा के समय अपने पति की लम्बी उम्र की कामना करें। 

इसके बाद घर के बड़ों का आशीर्वाद लें।  

वट सावित्री के दिन सुहागिनों को दान करना चाहिए इसे शुभ माना जाता हैं।इस दिन काले और सफ़ेद वस्त्र धारण नहीं करे और इन रंगो की चूड़ियां भी ना पहनें।  इसे अशुभ माना जाता हैं।  

अगर आपको वट सावित्री व्रत के बारें में और जानना हैं तो आप यहाँ देखें।