(IND vs NZ: Virat Kohli becomes slowest Indian batter to complete 9000 Test runs)
विराट कोहली ने शुक्रवार, 18 अक्टूबर, 2024 को बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच के तीसरे दिन भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच मुकाबले में 9000 टेस्ट रन पूरे किए। यह उपलब्धि उन्होंने 197वीं पारी में हासिल की, जिससे वह 9000 टेस्ट रन बनाने वाले चौथे भारतीय बल्लेबाज बन गए, लेकिन यह आंकड़ा छूने वाले सबसे धीमे भारतीय खिलाड़ी भी रहे। उनसे पहले सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ और सुनील गावस्कर यह उपलब्धि हासिल कर चुके हैं।
मुख्य बातें (Key Highlights):
- विराट कोहली 9000 टेस्ट रन बनाने वाले चौथे भारतीय बल्लेबाज बने।
- कोहली ने पहली बार नंबर 3 पर खेलते हुए अर्धशतक लगाया।
- सरफराज खान और कोहली ने मिलकर भारत की पारी को संभाला।
कोहली का शानदार प्रदर्शन (Kohli’s Masterclass Performance)
विराट कोहली ने दूसरे इनिंग्स में शानदार 53 रन बनाए और इस दौरान उन्होंने अपना 31वां टेस्ट अर्धशतक भी पूरा किया। कोहली ने इस पारी में 9000 टेस्ट रन के आंकड़े को पार किया, लेकिन इसके लिए उन्हें 197 पारियां खेलनी पड़ी, जो कि अन्य भारतीय खिलाड़ियों की तुलना में सबसे धीमी गति है। फिर भी, यह उनके करियर की एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
इस पारी में विराट कोहली की शुरुआत थोड़ी धीमी रही। यशस्वी जायसवाल के आउट होने के बाद तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए कोहली को बाएं हाथ के स्पिनर अज़ाज़ पटेल ने काफी परेशान किया। उन्हें 14 गेंदों तक खाता खोलने में कठिनाई हुई, लेकिन एक बार लय में आने के बाद उन्होंने शानदार शॉट्स खेले। सरफराज खान के साथ मिलकर उन्होंने भारत की पारी को संभाला, जहां सरफराज आक्रामक खेलते नजर आए और कोहली ने अपनी ट्रेडमार्क स्टाइल में क्लासिक शॉट्स लगाए।
टेस्ट में 9000 रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज (Indian Batters to Score 9000 Test Runs)
- राहुल द्रविड़ – 176 पारियां (2006)
- सचिन तेंदुलकर – 179 पारियां (2004)
- सुनील गावस्कर – 192 पारियां (1985)
- विराट कोहली – 197 पारियां (2024)
नंबर 3 पर कोहली की वापसी (Kohli Overcomes No. 3 Horror)
कोहली ने इस मैच में आठ साल बाद टेस्ट क्रिकेट में नंबर 3 पर बल्लेबाजी की। हालांकि, पहली पारी में उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा, जब वे शून्य पर आउट हो गए थे। पहली पारी में न्यूजीलैंड के गेंदबाज विल ओ’रॉर्क की एक शानदार स्विंग डिलीवरी पर कोहली का हाथ बस हल्का सा छू गया और गेंद सीधे विकेटकीपर ग्लेन फिलिप्स के हाथों में चली गई।
नंबर 3 पर कोहली का रिकॉर्ड पहले भी उतना अच्छा नहीं रहा था। इस मैच से पहले, उन्होंने इस पोजीशन पर 6 मैचों में सिर्फ 97 रन बनाए थे, उनका औसत मात्र 16.16 का था। लेकिन इस पारी में उन्होंने अपने अनुभव का इस्तेमाल करते हुए बेहतरीन बल्लेबाजी की और आलोचकों को जवाब दिया।
कोहली और सरफराज की साझेदारी (Kohli and Sarfaraz Partnership)
सरफराज खान और कोहली की इस साझेदारी ने भारतीय पारी को स्थिरता दी। जब हालात अनुकूल होने लगे, तो दोनों बल्लेबाजों ने तेज गति से रन बटोरने शुरू किए। सरफराज ने जहां आक्रामक बल्लेबाजी की, वहीं कोहली ने अपने ट्रेडमार्क ड्राइव और ग्राउंड शॉट्स के जरिए दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
चिन्नास्वामी स्टेडियम में उपस्थित दर्शकों ने हर शॉट पर तालियां बजाई, और यह पारी कोहली के पुराने शानदार फॉर्म की याद दिलाने वाली थी।
निष्कर्ष (Conclusion):
विराट कोहली का 9000 टेस्ट रन तक पहुंचना न केवल उनके करियर में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, बल्कि यह दर्शाता है कि वे भारतीय क्रिकेट के सबसे महान खिलाड़ियों में से एक बने हुए हैं। उनकी धीमी शुरुआत के बावजूद, कोहली ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वे बड़े मौकों पर प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी हैं।